Friday, April 22, 2011

सनातन धर्म सबसे प्राचीन

सेवासदन नेत्र चिकित्सालय


विश्व में सनातन धर्म सबसे प्राचीन रहा है अनेक गुरुओं ने अपनी साधना से श्रधालुओं को लाभान्वित करने के लिए मार्ग का अनुसरण करने हेतु प्रेरित किया , आदरणीय परमहंस संत हृदाराम साहिब जी ने गरीब ,वृद्ध बच्चो की सेवा को ही सिद्धि का मार्ग बताया,
बच्चे बूढ़े और बीमारहैं परमेश्वर के यार करें भावना से इसकी सेवा मिलेगा लोक परलोक में सुख अपार
उनके प्रिय शिष्य आदरणीय सिध्भाऊजी ने उनके मार्ग का अनुशरण करते हुए हृदाराम नगर को पर्यटन अध्यात्म शिक्छा चिकित्सा सेवा के रूप में विकशित करने का संकल्प लिया.आज उनके साथ शाशकीय अधिकारी चिकित्सक राजनेता कर्मचारी से लेकर आम जनता तक सेवा कार्यों में योगदान दे रहे है तथा समाज को आलोकित करने का संकल्प लेकर स्वामीजी के भावना अनुरूप कार्यरत हैं.
भोपाल गैस त्रासदी के उपरांत नेत्र रोगियों की समस्याओं को देखते हुए संतजी ने निशुल्क नेत्र शिविरों के आयोजन किये.
उनकी प्रेरणा एवं आशीर्वाद से १९८७ में सेवासदन नेत्र चिकित्सालय का शुभारम्भ संतजी के कर कमलों द्वारा बैरागढ़ भोपाल में किया गया,

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